विज्ञान

क्या है 'रैन्समवेयर', दुनिया के सबसे बड़े 'रैन्समवेयर' हमले के पीछे रूस! जांच में जुटा अमेरिका

Tara Tandi
5 July 2021 11:29 AM GMT
क्या है रैन्समवेयर, दुनिया के सबसे बड़े रैन्समवेयर हमले के पीछे रूस!  जांच में जुटा अमेरिका
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दुनिया के सबसे बड़े ‘रैन्समवेयर’ हमले (Ransomware Attack) की अमेरिका ने गहनता से जांच शुरू कर दी है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | दुनिया के सबसे बड़े 'रैन्समवेयर' हमले (Ransomware Attack) की अमेरिका ने गहनता से जांच शुरू कर दी है. साइबर सुरक्षाकर्मियों ने जी-जान लगाकर इस साइबर हमले के प्रभाव को कम करने की पूरी कोशिश की. इस जांच में पता चला कि रूस से जुड़े एक संगठन ने कंपनी की निजता का उल्लंघन किस ढंग से किया. साइबर सुरक्षा के शोधकर्ताओ ने बताया कि कुख्यात 'रेविल' (REvil) संगठन ने शुक्रवार को कम से कम 17 देशों को निशाना बनाया था. (Biggest Ransomware attack on 17 countries, REvil Gang linked to Russia)

ऐसा मुख्य तौर पर उन कंपनियों के माध्यम से किया गया, जो कई ग्राहकों को आईटी इन्फ्रास्ट्रक्चर का प्रबंधन करती हैं. इसने 'मेमोरियल डे' हमले के बाद मांस प्रसंस्करण कंपनी​ 'जेबीएस' से 1.1 करोड़ अमेरिकी डॉलर की जबरन वसूली की थी. संघीय जांच ब्यूरो (FBI) ने रविवार को एक बयान में कहा था कि वह संघीय ''साइबर सिक्योरिटी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सिक्योरिटी एजेंसी' के साथ मिलकर हमले की जांच कर रहे हैं.
अमेरिका कड़ा जवाब देने को तैयार
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रविवार को कहा था कि अगर क्रेमलिन के इसमें शामिल होने की बात सामने आई, तो अमेरिका इसका कड़ा जवाब देगा. बाइडेन ने कहा कि उन्होंने खुफिया तंत्र से गहराई से इस मामले की जांच करने को कहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने करीब एक महीने पहले ही 'रेविल' और अन्य 'रैन्समवेयर' समूहों को पनाह ना देने के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर दबाव बनाया था. बाइडन ने इन समूहों की जबरन वसूली को अमेरिकी सुरक्षा के लिए खतरा बताया था.
सोच-समझकर चुनी 4 जुलाई
दुनिया के सभी महाद्वीपों में वित्तीय, ट्रैवल सेक्टर इस साइबर हमले से प्रभावित हुआ था. विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि यह इत्तेफाक नहीं है कि अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस 4 जुलाई के मौके पर यह हमला किया गया. छुट्टी होने की वजह से अपराधियों को पता था कि इस दिन ऑफिस में कम अधिकारी होंगे, जिससे उनका काम आसान हो जाएगा. इस हमले से प्रभावित होने वाले लोगों को सोमवार से पहले तो कुछ पता भी नहीं चल पाएगा. स्वीडन के एक स्टोर चेन 'COOP' के 800 स्टोर दूसरे दिन भी इस वजह से बंद रहे.
क्या है 'रैन्समवेयर'
'रैन्समवेयर' एक प्रकार का 'मालवेयर' है. इसका इस्तेमाल किसी संगठन के दस्तावेजों की चोरी करने और फिर उनके दम पर फिरौती मांगने के लिए किया जाता है. 'मालवेयर' वास्तव में एक संदिग्ध सॉफ्टवेयर है, जिसे कंप्यूटर वायरस भी कहते हैं.


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